रामलला की सेवा के लिए 20 नए पुजारियों को नियुक्त किया गया है, जिन्हें छह महीने का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद नियुक्ति पत्र मिल गया है। अब ये सभी पुजारी मंदिर के अलग-अलग हिस्सों में सेवा और पूजा करेंगे। राम मंदिर में पुजारी बनने के लिए 3000 लोगों ने आवेदन दिया था, जिनमें से 20 लोगों का चयन किया गया।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में अब 20 नए पुजारी रामलला की सेवा में तैनात होंगे। इन सभी को बुधवार को नियुक्ति पत्र प्रदान कर दिए गए हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की धार्मिक समिति की ओर से प्रशिक्षण के बाद इन सभी को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। श्री राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन अन्य मंदिरों के लिए भी अतिरिक्त पुजारियों की आवश्यकता होगी, जिनके लिए प्रशिक्षित पुजारियों की नियुक्ति की जाएगी।
दिसंबर 2023 से श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए अर्चक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ था। लगभग 6 माह के प्रशिक्षण के दौरान उन्हें श्री राम जन्मभूमि मंदिर में पूजन अनुष्ठान की विधि समझाई गई। श्री राम मंदिर ट्रस्ट की धार्मिक समिति के वैदिक विद्वानों ने इन सभी को प्रशिक्षित किया।
ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत इन सभी का आवेदन स्वीकार किया गया था और इन्हीं आवेदनकर्ताओं में से 24 आवेदकों का चयन हुआ था। इनमें से दो शुरुआत में ही चले गए थे, जबकि एक अभ्यर्थी को सत्यापन के बाद हटा दिया गया था। 20 अभ्यर्थियों ने प्रशिक्षण सत्र पूरा किया और अब इन सभी की नियुक्ति हो गई है।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ गृह और भविष्य में बनने वाले प्रथम तल, जहां राम दरबार स्थापित किया जाएगा, के अलावा परकोटे के भीतर बनने वाले 6 अन्य मंदिरों में इनकी तैनाती होगी। अभी ये सभी अर्चक मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास के नेतृत्व में रामलला की पूजा, आरती और श्रृंगार में हिस्सा लेंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद इन पुजारियों को अलग-अलग समूहों में व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया है।
श्री राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, इनकी योग्यता के आधार पर तय किया जाएगा कि कौन सा पुजारी कहां नियुक्त होगा। परकोटे के भीतर बनने वाले प्रत्येक मंदिर में सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक 3-4 अर्चक रहेंगे। कुबेर टीले पर बनने वाले भगवान शिव के मंदिर में भी इन्हीं अर्चकों की तैनाती होगी। सबसे अधिक अर्चक श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की सेवा में तैनात किए जाएंगे।
श्री राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि 20 पुजारी, जो पिछले 6 महीनों से प्रशिक्षण ले रहे थे, का चयन 2000 आवेदकों में से किया गया है। इनका प्रशिक्षण पूरा हो गया है और इन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया है। इनकी ड्यूटी मंदिर में कई बार लगाई जा चुकी है। आगे जब राम दरबार और अन्य मंदिर बन जाएंगे, तो वहां भी इनकी ड्यूटी लगाई जाएगी। एक पुजारी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं रामलला की पूजा करूंगा। यह हमारे जीवन का बहुमूल्य समय है। हमारी प्रार्थना है कि रामलला हमें अपनी शरण में लें और हम उनकी सेवा कर सकें।
दूसरे अर्चक ने बताया कि हम बहुत खुश हैं और श्री रामलला की कृपा के कारण यहां तक पहुंचे हैं। 2000 लोगों में से हमारा चयन होना हमारे लिए बहुत हर्ष की बात है। रामलला की विशेष कृपा कहीं ना कहीं हमारे ऊपर है, जो इतने लोगों में हमारा चयन हुआ और अब हमें उनकी सेवा का अवसर मिल रहा है। इससे बड़ी प्रसन्नता की बात और क्या हो सकती है।
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